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Post: चुटिया थाना में पांच के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज

चुटिया थाना में पांच के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज

ऋण उपलब्ध कराने वाली कंपनी बजाज फाइनांस के डिप्टी एरिया मैनेजर सुधीर कुमार ने पांच लोगो के विरुद्ध फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी का मामला चुटिया थाना में दर्ज कराया है

✍️ निहाल कुमार, स्टेट हैड
– अमिट लेख

राँची, (झारखण्ड)। सावधान हो जाईए, क्योंकि फ्रॉड आधार और पैन के एड्रेस में फर्जीवाड़ा कर इलेक्ट्रानिक्स दुकानों से लाखों रुपए के होम एप्लायंस की खरीदारी ईएमआई पर कर रहे है। ऐसा ही बड़ा मामला राँची में पकड़ में आने के बाद ऋण उपलब्ध कराने वाली कंपनी बजाज फाइनांस के डिप्टी एरिया मैनेजर सुधीर कुमार ने पांच लोगो के विरुद्ध फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी का मामला चुटिया थाना में दर्ज कराया है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार एक गिरोह सक्रिय है, जो आधार और पैन में फर्जीवाड़ा कर पता बदल बड़ी दुकानों से महंगे इलेक्ट्रानिक सामान खरीद रहा है और ईएमआई नहीं दे रहा है। 1.44 लाख रुपए के प्रोडक्ट की खरीद आधार कार्ड में अंकित पता में बदल कर की गई। जिनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई है उनमें तिवारी पांच मुहल्ला मेन रोड राँची निवासी वसीम खान, हिंदपीढ़ी नाला रोड निवासी फरीदा परवीन, चर्च रोड लोअर बाजार निवासी अरुण मंडल, खेत मुहल्ला हिंदपीढ़ी निवासी आबिद और कर्बला चौक रोड कट पिस गली लोअर बाजार निवासी बिनू शामिल है। इन सभी पर भादवि की धारा 406, 420, 467, 468, 471 और 34 के तहत 9 मई को चुटिया थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई है।

आधार कार्ड में नाम फोटो सही, पता को फर्जीवाड़ा कर बदल दिया गया था :

दर्ज प्राथमिकी के अनुसार जनवरी 2023 में क्लब रोड स्थित नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान से तीन लोगों वसीम खान ने 53000 रुपए मूल्य की एलईडी टीवी, फरीदा परवीन ने 42000 रुपए मूल्य की एलईडी टीवी और अरूप मंडल ने 49000 रुपए मूल्य की एलईडी टीवी फाइनांस करवाया। तीनों ग्राहकों का ईएमआई बाउंस कर गया। जब तीनों ग्राहकों का लोन अप्लीकेशन फार्म, इनवायस बिल और आधार कार्ड की जांच की गई को पता चला कि उनका पैन कार्ड को डिलीवर करने का पता दूसरी जगह का था। उक्त जगह पर जब जांच के लिए कंपनी के लोग गए तो वहां दूसरे लोग मिले। उन लोगो ने कहा कि उन्होंने बजाज फाइनांस से कोई सामान फाइनांस कराया ही नहीं ना ही इसके लिए कभी कोई जानकारी ली। जब उन लोगो को बताया गया कि उनके नाम पर 53 हजार रुपए की एलईडी ली गई है तो उनके द्वारा बताया गया कि वसीम खान को एक मोबाइल फोन लेना था। इसके लिए उसने अपने एक दूर के रिश्तेदार आबिद और बिनू का आधार कार्ड लिया था। दोनों को उसने दुकान में ले जाकर फोटो खिंचवाया। फिर उन्हें वापस यह कहते हुए कर दिया कि आपके नाम पर लोन नहीं होगा। जांच में यह पता चला कि उसने उनके आधार कार्ड में जालसाजी की और पता को फर्जीवाड़ा कर बदल दिया। लोन अप्लीकेशन में भी फर्जीवाड़ा कर पुरुलिया रोड का पता अंकित किया। ताकि जब कोई खोजने के लिए जाए तो उक्त पते पर लोन लेने वाला आदमी नहीं मिले।

प्रोडक्ट की डिलीवरी करने गया तो फुटपाथ पर एक दुकान को दिखाया गया 

दर्ज प्राथमिकी में यह भी बताया गया है कि दुकान के कर्मचारी जब इनके द्वारा प्रोडक्ट की डिलीवरी करने के लिए गए तो इनके द्वारा चर्च रोड में एक फुटपाथ दुकान पर स्थित कपड़ा दुकान को दिखा वहां प्रोडक्ट की डिलीवरी लिया। एक अन्य प्रोडक्ट लेने वाले आरोपी अरुण मंडल के बारे में जब पता लगाया तो जानकारी मिली की उसने भी जो पता अपना लिखवाया था वहां भी उस नाम को कोई व्यक्ति नहीं मिला। इनके द्वारा भी आधार कार्ड के मूल पता में जालसाजी कर पता बदल दिया गया था।

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