Tag: स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा चलंत दरिद्र नारायण भोज का आयोजन किया गया।

  • पवन सलिला नारायणी गंडक की 142 वीं महा आरती संपन्न

    पवन सलिला नारायणी गंडक की 142 वीं महा आरती संपन्न

    बगहा पुलिस जिला से एक संवाददाता की रिपोर्ट : 

    स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा 142 वीं नारायणी गंडकी महा आरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया

    न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला 

    एक संवाददाता

    –  अमिट लेख

    वाल्मीकिनगर, (ए.एल.न्यूज़)। भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित बेलवा घाट परिसर में स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा 142 वीं नारायणी गंडकी महा आरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वैशाख पूर्णिमा एवं बुद्ध जयंती के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि निर्माता एचेल थारू,विशिष्ट अतिथि निर्माता अरविंद कुमार अकेला, समाजसेवी संगीत आनंद, रोशन कुमार, स्वास्थ्य कर्मी कुमारी संगीता, दिल कुमारी देवी, पंडित रामेश्वर तिवारी,फाइटर जयदेव कुमार, यूट्यूबर सोनू चौधरी एवं हिरिमती देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया।

    बुद्ध जयंती के अवसर पर 142 वीं नारायणी गंडकी महाआरती

    मुख्य अतिथि ने संबोधन के क्रम में कहा कि इंसानियत और मानवता से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। वैशाख माह की पूर्णिमा के दिन ही भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। आज भी बुद्धम शरणम गच्छामि मंत्र को आत्मसात करने की जरूरत है। संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं समाजसेवी संगीत आनंद ने बुद्ध जयंती के अवसर पर महात्मा बुद्ध के बताए गए आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। हिंदू मान्यताओं के अनुसार वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु ने गौतम बुद्ध के रूप में 9 वां अवतार लिया था। धमाका फिल्म्स के निर्माता अरविंद अकेला ने कहा कि यहां तीन नदियों का संगम है। इसलिए यह धरती काफी पवित्र मानी जाती है।

    वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर नारायणी गंडकी महा आरती कार्यक्रम का आयोजन

    महाप्रसाद की व्यवस्था स्वास्थ्य कर्मी कुमारी संगीता द्वारा की गई। व्यवसाई विजय कुमार गुप्ता के सौजन्य से अंगवस्त्रम द्वारा अतिथिगण सम्मानित किए गए। थरुहट के फाइटर जयदेव कुमार ने कहा कि संस्था द्वारा 6 नवंबर 2014 से नारायणी गंडकी महा आरती कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। भारत नेपाल सीमा पर हर महीने की पूर्णिमा तिथि को महा आरती का आयोजन करके पर्यावरण संरक्षण संवर्धन के प्रति जन जागरूकता फैलाई जा रही है । यूट्यूबर सोनू चौधरी ने कहा कि प्रतिभाशाली कलाकारों के लिए यह महा आरती का मंच एक विशेष महत्व रखता है। रामा सिंह ने कहा कि संस्था द्वारा लावारिस दिव्यांग जनों को 14 नवंबर 2012 से दैनिक चलंत दरिद्र नारायण भोज के माध्यम से भोजन दिया जाता है।पंडित रामेश्वर तिवारी ने कथा पूजा एवं हवन द्वारा विश्व शांति की कामना की। संस्था द्वारा आयोजित विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों में विशिष्ट योगदान देने हेतु पवन भट्टराई, नेपाल के धर्मपाल गुरु वशिष्ठ जी महाराज, अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह, नवरत्न प्रसाद, वर्ल्ड मीडिया विजन नई दिल्ली के निदेशक राजेश कुमार गुप्ता, फौजी संतोष कुमार थापा, लेखक एम. शफी, फौजी विद्यासागर राणा, चंदन मिश्रा एवं स्वास्थ्य कर्मी धर्मेंद्र कुमार गुप्ता के प्रति आभार प्रकट किया गया। इस कार्यक्रम में रेखा थापा, रामा सिंह ,काजल कुमारी, रितिका, संध्या कुमारी, एवं तूफानी ठाकुर की भूमिका सराहनीय रही।संचालन समाजसेवी संगीत आनंद ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन निर्माता एचेल थारू ने किया।बुद्धम शरणम गच्छामि ,गंगा मैया की जय, नारायणी गंडकी माता की जय, वाल्मीकि धाम की जय आदि नारों से कार्यक्रम स्थल गुंजायमान होता रहा।

  • अंतर्राष्ट्रीय न्यास स्वरांजलि सेवा संस्थान ने बेसहारों के लिए विशेष भोज का किया आयोजन

    अंतर्राष्ट्रीय न्यास स्वरांजलि सेवा संस्थान ने बेसहारों के लिए विशेष भोज का किया आयोजन

    बगहा ग्रामीण संवाददाता कमलेश यादव की रिपोर्ट :

    संस्थान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ वाल्मीकिनगर से किया गया और इसका समापन बगहा 02 बस स्टैंड के समीप किया गया

    न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला 

    कमलेश यादव

    – अमिट लेख

    बगहा, (ए.एल.न्यूज़)। अंतर्राष्ट्रीय न्यास स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा विशेष चलंत दरिद्र नारायण भोज का आयोजन किया गया।

    फोटो : कमलेश यादव

    संस्थान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ वाल्मीकिनगर से किया गया और इसका समापन बगहा 02 बस स्टैंड के समीप किया गया। संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर संगीत आनंद ने बताया कि 14 नवंबर 2012 से ऐसे लोगों को सेवा दी जाती है। यूं तो दैनिक चलंत दरिद्र नारायण भोज के माध्यम से हर दिन लावारिस दिव्यांग जनों ,मानसिक बीमारों और विक्षिप्तों को घूम घूम कर भोजन प्रदान किया जाता है। परंतु समय-समय पर विशेष दरिद्र नारायण भोज का आयोजन भी किया जाता है। इस विशेष दरिद्र नारायण भोज के प्रायोजक नाइन ट्रायंगल के निर्देशक कृष्ण मोहन झा हैं, जिन्होंने अपने जन्म दिवस को खास बनाने के लिए तथा दिव्यांगजन की सहायता हेतु संस्थान को सहयोग प्रदान किया है।

    छाया : अमिट लेख

    संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्षा अंजू देवी ने बताया कि इस विशेष दरिद्र नारायण भोज में वाल्मीकि नगर एवं बगहा के करीब एक दर्जन से ज्यादा लावारिस दिव्यांग एवं जरूरतमंद लाभान्वित हुए हैं। विभिन्न चौक चौराहों पर भटकने वाले ऐसे लोगों के प्रति आम लोगों में दया और सहानुभूति का भाव जगे इसके लिए हम सतत् प्रयत्नशील एवं प्रयासरत हैं। ऐसे लोगों को उनके परिजनों से मिलवाना भी संस्था के उद्देश्यों में शामिल है। मानवता और इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं है। सड़कों के किनारे लावारिस हालत में, मानसिक बीमार के रूप में जीवन गुजर बसर करने वाले लोगों के प्रति भी दया का भाव ,इसे ही सच्ची ईश्वर भक्ति कहते हैं। इस क्रम में वाल्मीकिनगर समेत बगहा के पटखौली ,मलकौली, रेलवे ढाला, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड बगहा के आसपास के दिव्यांग को भी सेवा प्रदान की गई।

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    आगे समाजसेवी संगीत आनंद ने बताया कि ऐसे लोगों को ठंढ से बचाने के लिए कंबल का वितरण भी जारी है। इस आयोजन में कैमरामैन चंदन झा, गायिका खुशबू राज, गायक ईश्वर चौहान, नेपाल के गायक जोगिंदर सिंह, वरिष्ठ सदस्य विजय कुमार, सचिव अखिलानंद सिंह, राधा मोहन कुशवाहा, विद्यादित्य सिन्हा उर्फ संजू भैया एवं फौजी विद्यासागर राणा की भूमिका सराहनीय रही।

  • लावारिश दिव्यांग जनों के बीच कम्बल का वितरण किया

    लावारिश दिव्यांग जनों के बीच कम्बल का वितरण किया

    हमारे एक संवाददाता, (ग्रामीण बगहा) कमलेश यादव की रिपोर्ट : 

    प्रथम चरण के कंबल वितरण कार्यक्रम में लगभग आधा दर्जन से ज्यादा दिव्यांगजन लाभान्वित हुए

    न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला 

    कमलेश यादव

    – अमिट लेख

    वाल्मीकिनगर, (ए.एल.न्यूज़)। भारत नेपाल सीमा पर कड़ाके की ठंढ के मद्देनजर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अंतरराष्ट्रीय न्यास स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा लावारिस दिव्यांगजनों के बीच कंबल का वितरण किया गया।

    फोटो : कमलेश यादव

    संस्था के संरक्षक फौजी विद्यासागर राणा द्वारा उपलब्ध कराए गए कंबलों को वितरित करते हुए संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर संगीत आनंद ने कहा कि ऐसे लोगों की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म है, जो सड़कों के किनारे लावारिस दिव्यांग, विक्षिप्त और मानसिक बीमार के रूप में वर्षों से रह रहे हैं। 14 नवंबर 2012 से सुबह शाम दरिद्र नारायण भोज के माध्यम से ऐसे लोगों को हम भोजन भी प्रदान करते हैं। औरंगाबाद में भी ऐसे लोगों को सेवा दी जा रही है। बताते चलें कि फौजी विद्यासागर राणा स्वरांजलि सेवा संस्थान को निरंतर सहयोग प्रदान करते हैं। कंबल वितरण करते हुए संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्षा अंजु देवी ने बताया कि स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा झारखंड ,उत्तर प्रदेश एवं सीमावर्ती मित्र देश नेपाल में भी समय-समय पर विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। सड़कों के किनारे, पेड़ के नीचे जीवन गुजारने वाले लावारिस दिव्यांग जनों को को हर दिन सुबह शाम भोजन दिया जाता है। सोशल प्लेटफॉर्म के सहयोग से ऐसे लोगों को उनके परिजनों से मिलवाने की भी कोशिश की जाती है। फौजी विद्यासागर राणा ने दूरभाष पर बताया कि यह सबसे बड़ा पुण्य का काम है । ऐसे लोगों में विशेष रूप से ईश्वर का वास होता है। महिला समाजसेवी स्वरांजलि सैगम ने बताया कि मानवीय संवेदनाओं को समझना ही इंसानियत की पहचान है। आगे भी मैं स्वरांजलि सेवा संस्थान को सहयोग प्रदान करती रहूंगी।

    छाया : अमिट लेख

    संस्था के संरक्षक राजेश गुप्ता ने कहा कि इस संस्था का काम सबसे अलग है। लावारिस दिव्यांगजनों के प्रति दया का भाव ,यथार्थ की धरातल पर इसे ही समाज सेवा कहते हैं। प्रथम चरण के कंबल वितरण कार्यक्रम में लगभग आधा दर्जन से ज्यादा दिव्यांगजन लाभान्वित हुए। इस मौके पर समाजसेवो संगीत आनंद, अंजू देवी, निर्माता एचेल थारू की भूमिका सराहनीय रही। समय-समय पर संस्था को सहयोग प्रदान करने हेतु फौजी विद्यासागर राणा, पीडीएस के अध्यक्ष प्रमोद सिंह, वर्ल्ड मीडिया विजन दिल्ली के निर्देशक राजेश गुप्ता, नवरत्न प्रसाद, विद्यादित्य सिन्हा उर्फ संजू भैया, साहित्यकार सच्चिदानंद सौरभ, मुखिया खूब लाल बड़घडिया, वरिष्ठ सदस्य विजय कुमार, नेपाल के धर्मपाल गुरु वशिष्ठ जी महाराज, पवन भट्टराई, विजय कुमार गुप्ता, एवं मोरल ग्रुप के गायक प्रभात रंजन सिंहआदि के प्रति आभार प्रकट किया गया।

  • स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा 126 वीं नारायणी गंडकी महा आरत कार्यक्रम का आयोजन किया गया

    स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा 126 वीं नारायणी गंडकी महा आरत कार्यक्रम का आयोजन किया गया

    हमारे ग्रामीण संवाददाता जगमोहन काजी की रिपोर्ट :

    भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित बेलवा घाट परिसर में पौष पूर्णिमा के अवसर पर स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा 126 वीं नारायणी गंडकी महा आरत कार्यक्रम का आयोजन किया गया

    न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला

    जगमोहन काज़ी

    – अमिट लेख

    बगहा/वाल्मीकिनगर, (संवाददाता)। भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित बेलवा घाट परिसर में पौष पूर्णिमा के अवसर पर स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा 126 वीं नारायणी गंडकी महा आरत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

    फोटो : जगमोहन काज़ी

    स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा आयोजित इस महा आरती कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि निर्माता होमलाल प्रसाद, समाजसेवी संगीत आनंद, संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्षा अंजु देवी, भोजपुरी फिल्म कविता “थारू की बेटी” फिल्म की नायिका कविता थारू, नायिका लक्ष्मी थारू, कलाकार धर्मनाथ काजी,कलाकार सोनू चौधरी, नायिका पूजा चौधरी, जयदेव कुमार, गायक नंद कुमार महतो, एवं गायिका हिरवंती देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया।

    मुख्य अतिथि होम लाल प्रसाद ने संबोधन के क्रम में कहा कि आज पौष पूर्णिमा, राष्ट्रीय मतदाता दिवस और राष्ट्रीय पर्यटन दिवस भी है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व और दिव्य भूमि वाल्मीकि धाम वाल्मीकि नगर के धार्मिक इतिहास में नारायणी गंडकी महा आरती भी अपना महत्वपूर्ण स्थान रखती है।

    दूर-दूर के आगत अतिथि गण भी इस महा आरती से लाभान्वित होते रहते हैं। पर्यावरण संरक्षण संवर्धन की दिशा में एवम् पौधारोपण के प्रति आम लोगों को यह जागरूक करती है। संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर संगीत आनंद ने कहा कि भारत नेपाल सीमा पर, गंडक नदी के संगम तट पर हम सभी महा आरती करके स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा दे रहे हैं।

    थरुहट के गायक नंदकुमार महतो एवं हिरवंति देवी ने संयुक्त रूप से सामवेद स्वर में कई मनभावन भजनों को प्रस्तुत किया। कविता थारु की बेटी फिल्म के कलाकार सम्मानित किए गए ।महा आरती में महाप्रसाद की व्यवस्था स्वास्थ्य कर्मी कुमारी संगीता ने किया। संचालन होम लाल प्रसाद ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन संगीत आनंद ने किया।

    इस मौके पर पंडित रामेश्वर तिवारी ने विश्व शांति के लिए विभिन्न मंत्रों का पाठ किया। पंडित रामेश्वर तिवारी ने कहा कि पौष पूर्णिमा का अपना अलग महत्व है। इस दिन नदी के तट पर कथा पूजा हवन में भाग लेने से मनवांछित फलों की प्राप्ति होती है। इस मौके पर तूफानी ठाकुर, उज्जवल कुमार, अनमोल कुमार, सहित वन विभाग के कई कर्मी मौजूद थे ।शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम को विराम दिया गया।

  • भाद्रपद पूर्णिमा के अवसर पर 121वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का हुआ आयोजन

    भाद्रपद पूर्णिमा के अवसर पर 121वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का हुआ आयोजन

    वाल्मीकिनगर, भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित बेलवा घाट परिसर में भाद्रपद पूर्णिमा के अवसर पर 121 वीं नारायणी गंडकी महा आरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया

    नंदलाल पटेल

    अमिट लेख

    वाल्मीकिनगर, (संवाददाता)। वाल्मीकिनगर, भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित बेलवा घाट परिसर में भाद्रपद पूर्णिमा के अवसर पर 121 वीं नारायणी गंडकी महा आरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अंतर्राष्ट्रीय न्यास स्वरांजलि सेवा संस्थान एवं एवं थारू कला संस्कृति एवं प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस महा आरती कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सप्तचंडी ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष एवम् साधक बालक दास बाबा जी महाराज, विशिष्ट अतिथि कस्टम विभाग वाल्मीकिनगर के सुपरीटेंडेंट के. के मिश्रा, थारू कला संस्कृति के सचिव होम लाल प्रसाद, स्वरांजलि सेवा संस्थान ट्रस्ट की अध्यक्षा अंजू देवी, एम डी संगीत आनंद, संस्था के कोषाध्यक्ष शिव चंद्र शर्मा, थरुहट के केमरामैन शुभम नीरज, महदेवा के गुमास्ता तारकेश्वर काजी, सत्येंद्र सिंह, सुमन देवी, कुमारी संगीता, एवम् यूट्यूबर लक्ष्मी थारू ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया।

    फोटो : नन्दलाल पटेल

    बालक दास बाबा ने कहा कि भाद्रपद पूर्णिमा के मौके पर सत्यनारायण भगवान की पूजा करने एवम् कथा सुनने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। आगे उन्होंने बताया कि इस कलयुग में जो धर्म को बढ़ाता है वह इस कलयुग का संत रूपी राम है। और जो धर्म का विनाश करना चाहता है वही राक्षस है। उन्होंने कहा कि स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा लावारिस दिव्यांग जनों को विगत 11 वर्षों से भोजन दिया जाता है, जो सबसे बड़ी समाज सेवा है। वर्ष 2014 से महा आरती मंच के माध्यम से आसपास की प्रतिभाओं को एक बड़ा प्लेटफॉर्म दिया जा रहा है। विशिष्ट अतिथि के.के मिश्रा ने कहा कि यहां आकर मेरा जीवन धन्य हो गया है। कलाकरों का भजन सुनकर मैं मंत्र मुक्त हो गया हूं। आसपास के कलाकारों को निदेशक डी. आनंद द्वारा एक बेहतर प्रशिक्षण और मंच प्रदान किया जा रहा है। माता पिता की भक्ति और सेवा पर आधारित भजन गाकर गायक संगीत आनंद ने खूब तालियां बटोरी। थरुहट की गायिका बबिता, गायिका नीलम, गायिका चांदनी, यूट्यूबर लक्ष्मी थारू की प्रस्तुति सराहनीय रही। गायक तारकेश्वर काजी, शिवचन्द्र शर्मा, नंदकुमार महतो और गायिका हिरवंती देवी के भजनों की खूब प्रशंसा हुई। रुद्र हनी एंड सोप लघु उद्योग द्वारा अगली महा आरती प्रायोजित की जाएगी। सुमन देवी ने अतिथि गणों को स्वनिर्मित शुद्ध मधु एवम् साबुन भेंट किया। वशिष्ठ डेयरी उद्योग नेपाल द्वारा महाप्रसाद का इंतजाम किया गया । मंच संचालन संगीत आनंद ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन होमलाल प्रसाद ने किया। कुमार फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष आकाश कुमार के सौजन्य से सभी कलाकारों को पौष्टिक आहार न्यूट्रिमिक्स फूड पैकेट उपहार स्वरूप प्रदान किया गया। इस मौके पर गायिका चांदनी कुमारी, थरुहट की गायिका बबीता कुमारी, नीलम कुमारी, अभिनेत्री लक्ष्मी थारू, कुमारी संगीता, हिरवंती देवी, गायक नंदकुमार महतो, गायक तारकेश्वर काजी, कैमरामैन शुभम नीरज, चंद्रभान कुमार, मुकेश कुमार, विजय झा, शिवचंद्र शर्मा,चंदन कुमार आदि की भूमिका सराहनीय रही।

  • ईद उल फितर के मौके पर, चलंत दरिद्र नारायण भोज का शुभारंभ

    ईद उल फितर के मौके पर, चलंत दरिद्र नारायण भोज का शुभारंभ

    ईद उल फितर के मौके पर अंतरराष्ट्रीय न्यास स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा चलंत दरिद्र नारायण भोज का शुभारंभ लोकप्रिय भजन गायिका नीतू कश्यप व गायक पप्पू बिहारी के द्वारा किया गया

    वाल्मीकिनगर से नंदलाल पटेल की रिपोर्ट :

    – अमिट लेख

    वाल्मीकिनगर, (विशेष)। भारत नेपाल सीमा पर ईद उल फितर के मौके पर अंतरराष्ट्रीय न्यास स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा चलंत दरिद्र नारायण भोज का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बिहार की लोकप्रिय भजन गायिका नीतू कश्यप, गायक पप्पू बिहारी एवं संस्था के एमडी संगीत आनंद ने अस्पताल कालोनी मेन रोड वाल्मीकि नगर से भोजन मंत्र उच्चारण के साथ किया।

    इस कार्यक्रम के तहत जलापूर्ति प्रतिष्ठान, छाता चौक, हवाई अड्डा, गोल चौक, एससी एसटी कल्याण भवन, टीना शेड कॉलोनी, टंकी बाजार, यात्री प्रतीक्षालय टंकी बाजार, यात्री प्रतीक्षालय गोल चौक, हवाई अड्डा, चंदेश्वर महा शिव मंदिर आदि क्षेत्रों में भटकने वाले दर्जनों दिव्यांग जनों को भोजन दिया गया। भोजन परोसते हुए मुख्य अतिथि भजन गायिका नीतू कश्यप ने कहा कि बहुत दिनों से मेरी हार्दिक इच्छा थी कि मैं अपने हाथों से लावारिस दिव्यांग और जरूरतमंदों को भोजन कराऊं। आज मेरा यह सपना साकार हो सका है। संस्था द्वारा नियमित रूप से दैनिक चलंत दरिद्र नारायण भोज का कार्य 14 नवंबर 2012 से चल रहा है।

    नियमित रूप से खाना खाने वाले और नए दिव्यांग जनों को भोजन परोसकर मुझे बेहद संतुष्टि मिली है। आज मुझे कई वर्षों के इंतजार के पश्चात यह पुनीत कार्य करने का सौभाग्य मिला है। आज लगता है मैंने जीवन का सब सुख पा लिया है। मैं संस्था को सहयोग प्रदान करके संबल बनना चाहती है। ताकि स्वरांजलि सेवा संस्थान का यह सामाजिक कार्य कभी बंद ना हो। भोजपुरीl भजन गायक पप्पू बिहारी ने कहा कि काफी खुशी हो रही है कि जिसका दुनिया में कोई नहीं है उसे स्वरांजलि सेवा संस्थानद द्वारा भोजन कराया जाता है। संस्था के संस्थापक डी. आनंद ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ 14 नवंबर 2012 से किया था। विगत 11 वर्षों से नियमित रूप से संस्था द्वारा ऐसे दिव्यांग जनों को ढूंढ-ढूंढ कर घूम घूम कर (जो विभिन्न चौक चौराहों पर भटकते हैं) उन्हें भोजन दिया जाता है। संस्था के एमडी समाजसेवी संगीत आनंद ने कहा कि लगभग 11 वर्षों में दर्जनों भूले भटके दिव्यांग जनों को उनके परिजनों से मिलाने का सुखद अवसर भी हमें प्राप्त हुआ है। इससे बड़ा कोई भी धर्म नहीं है। आसपास के इलाकों में दैनिक चलंत दरिद्र नारायण भोज की चर्चा होती रहती है। इस मौके पर संस्था के सचिव अखिलानंद, सविता देवी, भजन गायिका नीतू कश्यप, भजन गायक पप्पू बिहारी आदि मौजूद थे। इस अवसर पर संस्था को सहयोग प्रदान करने हेतु कोषाध्यक्ष शिव चंद्र शर्मा, सचिव अखिलानंद, राष्ट्रीय अध्यक्षा अंजू देवी उर्फ अंजलि आनंद, वरिष्ठ सदस्य विजय कुमार, संरक्षक डॉक्टर के एम राव गोरखपुर, अश्वमेध पीठाधीश्वर उपेंद्र पाराशर जी महाराज,माननीय विधायक विनय बिहारी, डॉक्टर कृष्ण मोहन राय डॉ राजू प्रसाद, डॉ लक्ष्मण कुमार जायसवाल, विद्यासागर राणा, नवरत्न प्रसाद, एवम् नई दिल्ली के निर्माता राजेश गुप्ता आदि लोगों के प्रति आभार प्रकट किया गया। इस तरह का मानवीय संवेदना युक्त कार्य देखकर आसपास के लोगों में चर्चा का विषय बना है स्वरांजलि सेवा संस्थान। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि चौक चौराहों पर भटकने वाले ऐसे दिव्यांग और जरूरतमंदों का सहारा बने हैं संगीत आनंद, जिनके चलते हर दिन सुबह शाम लावारिस दिव्यांग और जरूरतमंद बेसहारों को गरमा गरम ताजा भोजन मिल जाता है। संस्था के कार्यकर्ताओं और सदस्यों की जितनी भी तारीफ की जाए वह कम है। सचमुच वाल्मीकि नगर में इस कार्य को देखकर लगता है इंसानियत और मानवता अभी भी जिंदा है। इस कार्यक्रम द्वारा गंगा जमुनी तहजीब और सर्वधर्म समभाव का संदेश दिया गया।