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Post: तबादला और पदस्थापना में कमाऊं खेल का नतीजा है पखनाहा विद्यालय की घटना

तबादला और पदस्थापना में कमाऊं खेल का नतीजा है पखनाहा विद्यालय की घटना

जिला शिक्षा पदाधिकारी के कमाई के लिए चल रहे ट्रांसफर -पोस्टिंग के खेल का परिणाम है राजकीय मध्य विद्यालय पखनाहा की घटना :भाकपा माले

न्यूज़ डेस्क, बेतिया

– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। बैरिया प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय पखनाहा के डेढ़ माह पर्व पदस्थापित प्रधानाध्यापक जितेंद्र कुमार को हटा उनको अपने पुराने विद्यालय में पदस्थापित कर पुनः पुराने प्रधानाध्यापक विनय कुमार को पदस्थापित करने के खिलाफ।

फोटो : अमिट लेख

विद्यालय के बच्चे बच्चियों द्वारा आंदोलन कर आगजनी करना जिला शिक्षा पदाधिकारी के अवैध कमाई के लिए शिक्षकों का ट्रांसफर-पोस्टिंग करने के खेल का परिणाम है। जिला पदाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी, ड़ीपीओ (एमडीएम) कुणाल गौरो और पुर्व प्रधानाध्यापक विनय कुमार पर कार्रवाई करते हुए इन लोगों के संपत्ति की जांच कराए जाए।

उक्त बातें भाकपा माले द्वारा गठित जांच दल के सदस्य माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा कि राजकीय मध्य विद्यालय पखनाहा के प्रधानाध्यापक जितेंद्र कुमार द्वारा अपने अल्प अवधि में विद्यालय के कुप्रबंधन को ठीक कर व्यवस्था पर लाया था। इस बीच जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा विद्यालय के पुराने प्रधानाध्यापक विनय कुमार जिनके लुट और कुव्यवस्था के खिलाफ विद्यालय के छात्र दो बार आंदोलन कर चुके है को पुनः पदस्थापित कर दिया। जिसके खिलाफ लोग आंदोलित हुए। आग में घी डालने का काम किया। जब विरोध कर रहे छात्र छात्राओं को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए बी डी ओ, अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी की उपस्थिति में स्कूल में रखे ध्वनि विस्तारक यंत्र के माईक लगाने वाले स्टैंड चला कर तीन चार बच्चों को घायल कर दिया। लेकिन प्रशासनिक संवेदनहीनता का आलम यह रहा कि घायल बच्चों के इलाज में कोई एंबुलेंस नहीं मंगाया गया ‌। बच्चों के परिजन स्वयं इलाज कराए। घायल बच्चा जिसका हाथ टुटा है कि नाम हसमुल्लाह 10 वर्ष पिता नसरूल्लाह,राज कुमार 08 वर्ष पिता प्रदीप पटेल समेत तीन बच्चे घायल है। उन्होंने कहा कि डी पी ओ कुणाल गौरो और शिक्षक विनय कुमार पर मुकदमा दर्ज कर दोनों को तत्काल निलंबित किया जाए। माले नेता सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि एक हजार से अधिक बच्चे-बच्चियों का नामांकन हुआ है। लेकिन 11 भवन मात्र विधालय में है। वहीं आठवीं कक्षा तक के बच्चे बच्चियों को जमीन पर बोरा पर बैठने को बाध्य किया गया है। इसपर आश्चर्य करते हुए सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि लगता है जिले का एकलौता विधालय है जहां बच्चों के लिए बेंच नहीं है।यह अपने आप में घोटाला है और जिला शिक्षा अधिकारी पर सवाल खड़ा करता है। ऐसे में हमारी मांग है कि विद्यालय में अब तक आए सुविधाएं और विकास मद की राशि की जांच विनय कुमार के समय का जांच हो। जांच दल में सुनील कुमार राव, सुरेंद्र चौधरी और घामू चौधरी शामिल थे। जांच दल ने मांग किया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा अवैध कमाई के लिए हो रहे ट्रांसफर -पोस्टिंग की जांच हो। डी पी ओ (एम ड़ी एम) सह प्रभारी बीईओ कुणाल गौरो द्वारा बच्चों अभिभावकों के भद्दी-भद्दी गालियां देने और लोहे के रॉड से पीटकर घायल करने का एफ आई आर दर्ज कर निलंबित किया जाए। विद्यालय में छात्रों के लिए बेंच,भवन, शौचालय, नल-जल और शिक्षकों का प्रबंध किया जाए। विद्यालय के दुसरे जगह प्रतिनियुक्त शिक्षकों को अविलंब विधालय में लाया जाय। पुर्व प्रधानाध्यापक विनय कुमार के दौरान विधालय के आय व्यय और अन्य खर्चे की जांच हो।

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