के के पाठक का नया फरमान जारी सचिवालय में आम लोगों और मीडिया का एंट्री बंद
न्यूज डेस्क पटना
दिवाकर पाण्डेय
अमिट लेख
पटना(विशेष ब्यूरो)। बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के लंबी छुट्टी के बाद शनिवार को वापस काम पर लौटने को लेकर सचिवालय में गहमागहमी की स्थिति रही। पटना के विकास भवन स्थित नए सचिवालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर शनिवार को छुट्टी का दिन होने के बावजूद तैनात पुलिसकर्मी हर दिन से अलर्ट मोड में दिखे। आलम यह था कि सचिवालय के अंदर किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं थी। यहां तक कि ऐसे लोग जो शनिवार को सचिवालय में काम के सिलसिले में पहुंचे थे उन्हें भी अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा था।
इसके अलावा मीडियाकर्मियों को भी सचिवालय के अंदर प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था। पूछे जाने पर डीएसपी स्तर की एक अधिकारी ने बताया कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पाठक के सेल की तरफ से पुलिस को इस बात की जानकारी दी गई है कि अपर मुख्य सचिव केके पाठक नये सचिवालय अपने विभाग में पहुंचने वाले हैं। इस खबर को कवर करने के लिए मीडियाकर्मी जुटेंगे। लिहाजा उनको अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जाए।के के पाठक के सेल से यह जानकारी मिलने के बाद मीडिया कर्मियों को गेट पर ही रोक दिया गया और उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। अब ऐसे में अपने काम के लिए सचिवालय पहुंचे लोगों का कहना था कि शिक्षा विभाग में प्रवेश नहीं करने देने की बात तो समझ में आती है लेकिन सचिवालय में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया जाना समझ नहीं आ रहा है। वहीं मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों को भी यह अटपटा लग रहा था। लेकिन, पुलिसकर्मी खुद को बेबस बता रहे थे। अब ऐसे में सवाल यही है कि जब सचिवालय में विभागों के कर्मी पहुंच रहे थे तब मीडिया से भला किस तरह का डर था? बहरहाल बताया गया कि के के पाठक देर शाम तक सचिवालय पहुंचेंगे और ऐसे में जब तक वह योगदान नहीं करते हैं तब तक मीडिया को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं इसी बीच शनिवार को काम पर लौटते ही केके पाठक एक्शन मोड में दिखे और उन्होंने बिहार के स्कूलों को लेकर बड़ा आदेश जारी किया। दरअसल केके पाठक ने बिहार के अलग-अलग जिलों में स्कूलों को बंद करने के फैसले पर सवाल उठाते हुए सभी स्कूलों को खोलने का आदेश दिया है।