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Post: एमडीएम के थाली सप्लाई में हो रहा भारी घोटाला…?

एमडीएम के थाली सप्लाई में हो रहा भारी घोटाला…?

विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :

120 रूपये से 140 रूपये का थाली खरीदने का है प्रवधान

बच्चो का आंडा खाने में मशगुल है शिक्षक, ग्रामीणो में भारी आक्रोश

न्यूज डेस्क, राजधानी पटना

दिवाकर पाण्डेय

– अमिट लेख
पटना/मोतिहारी, (विशेष ब्यूरो)। स्कूली बच्चों के हाथ से थाली छीनने में अधिकारी और संवेदक जुटे गए हैं। जिला में एमडीएम खिलाने के लिए थाली सप्लाई में अधिकारी और संवेदक के मिली भगत से भारी घोटाले का मामला सामने आया है। शिक्षा विभाग के निर्देश पर 120 रुपया और 140 रुपया के स्टील थाली की जगह सप्लायर स्कूलों में घटिया क्वालिटी के थाली का सप्लाई कर मालामाल हो रहे है। सूत्रों की माने तो अधिकारी व सप्लायर के बीच 40 प्रतिशत कमीशन के खेल में बच्चों के हाथ में घटिया किस्म व क्वालिटी का थाली दिया जा रहा है। जिला के शिक्षा विभाग के अधिकारी के डर से स्कूल एचएम भी इसका बिना विरोध किये सप्लायर को चेक दे देना ही मुनासिब समझे रहे हैं। जिला के 27 प्रखंडों में एमडीएम योजना के तहत बच्चों के खाने के लिए थाली सप्लाई के लिए 38 सप्लायर को डीईओ द्वारा टेंडर दिया गया है। कुक सप्लायर को छोड़ दिया जाय तो अधिकांश सप्लायर घटिया क्वालिटी का थाली वितरण कर मालामाल हो रहे है।
वहीं शिकायत के बाद भी अधिकारी कमीशन लेकर मौन धारण किये हुए है। स्कूल में सप्लाई थाली का मानक के अनुसार न लंबाई चौड़ाई है। नहीं वजन ही है। सूत्रों की माने तो थाली सप्लाई में अधिकारी के सब चाहते सप्लायर है। जी दो वर्ष पहले करोड़ों के एमडीएम के चावल घोटाला में साथ थे। थाली घोटाला का चर्चा जोड़ों पर है। जिला के थाली सप्लाई और एमडीएम अंडा वितरण की वस्तविक जांच किसी वरीय पदाधिकारी के नेतृत्व में करा दिया जाय तो बड़ी घोटाला से इनकार नहीं किया जा सकता। मोतिहारी जिला 27 प्रखंडों में स्कूली बच्चों को एमडीएम खिलाने के लिए स्कूलों में थाली आपूर्ति के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा 38 सप्लायर को टेंडर किया गया है। लेकिन अधिकारी और सप्लायर के मिलीभगत से थाली सप्लाई योजना लूट योजना बन कर रह गयी है। अधिकारी एचएम और सप्लायर के कमीशन के खेल में थाली के मानक को ताक पर रखकर घटिया किस्म का थाली सप्लाई किया जा रहा है। स्कूल में वितरण किये गए थाली के नाम पर नाश्ते के प्लेट जैसी थाली मिली है। जिसका वजन और क्वालिटी काफी घटिया है। थाली छोटी होने से बच्चों को खाने में काफी दिक्कत हो रहा है। सरकार द्वारा वर्ग 1 से वर्ग 5 तक के लिए प्रति थाली 120 रुपए,वर्ग 6 से 8 तक के लिए 140 रुपए प्रति थाली अच्छी क्वालिटी के स्टील का 250 ग्राम से 300 ग्राम तक वजन का प्रति थाली देने का निर्देश है। कई स्कूल के एचएम ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि सप्लायर द्वारा मानक के अनुसार थाली का सप्लाई नहीं कर छोटा साइज और कम वजन का थाली सप्लाई किया जा रहा है। वहीं अधिकारी का भय दिखाकर चेक ले लिया जाता है। थाली छोटा होने से बच्चों को खाना खाने में बड़ी दिक्कत होती है साथ ही खाना खाते समय थाली से आहार नीचे भी गिर जाता है। जिससे खान भी बर्बाद होता है। थाली बड़ा होने से बच्चे को खाना खाने में परेशानी नहीं होती। इधर ग्रामीण जिला के स्कूलों में थाली सप्लाई व एमडीएम में अंडा वितरण व वास्तविक उपस्थिति की जांच किसी वरीय पदाधिकारी से कराकर दोषी पर कठोर कार्रवाई की मांग किया गया है। इस संबंध में जानकारी के लिए डीईओ मोतिहारी को फोन किया गया लेकिन फोन नहीं उठाने से उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।

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