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Post: झोपड़ी में लगी भयानक आग, पशुओं को बचाने की कोशिश में माँ बेटे की जान गई 

झोपड़ी में लगी भयानक आग, पशुओं को बचाने की कोशिश में माँ बेटे की जान गई 

मच्छरों से बचाव के लिए झोपड़ी में जलाया था अलाव

मवेशी को जलने से बचाने में जुटे माँ बेटे के ऊपर जलती झोपड़ी गिरी जिसके नीचे दबने और जलने से उनकी हुई मौत

गांव में पसरा मातमी सन्नाटा

सैफ आलम
– अमिट लेख
महराजगंज, (उत्तर प्रदेश)। जनपद के भिटौली थाना क्षेत्र के अमवा भैसी गांव में पशुओं को जलने से बचाने में जुटे एक माँ और बेटे की ह्रदयविदारक मौत हीं गई है। इस घटना से पुरे अमवा में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।

जानकारों की मानें तो बीते दिवस की शाम मवेशीयों को मच्छरों से बचाने के आशय से झोपड़ी में मवेशी पालकों ने एक अलाव जला रखा था। अचानक से उड़ी चिंगारी ने झोपड़ी को अपने आगोश में ले लिया और देखते हीं देखते पूरी झोपड़ी धू धुँ कर जलने लगी। मौके पर उपस्थित पशुपालकों में माँ और बेटे ने समय रहते आग से घिरी लपटों के बीच फंसे अपने मवेशीयों को बचाने के लिए झोपड़ी में जाने की जोखिम उठा ली।

जैसे हीं दोनों झोपड़ी के अंदर पहुंचे झोपड़ी का छप्पर उनके ऊपर जलते हुये गिर पड़ा। ग्रामीणों के जुटने और आग के दावानल से बचाते क्रम में दोनों माँ बेटे बुरी तरह झुलस गये थे और भारी पीड़ा के साथ कराह रहे थे। उपचार की व्यवस्था सुलभ होती की दोनों के प्राण पखेरू उड़ गये। पुलिस घटनास्थल पर पहुँच जाँच में जुट गयी है।

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