AMIT LEKH

Post: मिट्टी लदे ट्रैक्टरों के उड़ती धूल से लोगों का जीना मुहाल

मिट्टी लदे ट्रैक्टरों के उड़ती धूल से लोगों का जीना मुहाल

जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

नहर मार्ग पर मिट्टी लदे ट्रैक्टर दिनभर धूल उड़ाते फर्राटे भरते

न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल

संतोष कुमार

– अमिट लेख

सुपौल, (ए. एल. न्यूज़)। जिले के त्रिवेणीगंज नगर परिषद क्षेत्र के डपरखा वार्ड नंबर 25 में शंकरपुर माइनर पर अवैध खनन करने वाले मिट्टी लदे ट्रैक्टर दिनभर धूल उड़ाते फर्राटे भरते रहते हैं। नहर से हाल ही में सफाई के दौरान निकाली गई मिट्टी व बालू के ढेर को नहरों के तटबंधों पर फैलाने से नहर की स्थिति दयनीय व जर्जर हो चुकी है। साथ ही नहर किनारें बसे लोगों का जीना भी मुहाल हो गया है। नहर के तटबंध पर बने मार्ग पर उड़ती धूल से घर में रखा कपड़ा, भोजन व अन्य घरेलू सामान पर पूरी तरह धूल जम जाती है। लोगों को सांस लेने में भी दिक्कतें आ रही है। लोगों के मुताबिक आसपास में चिमनी संचालकों के द्वारा किसान के उपजाऊ जमीन की मिट्टी पैसे का प्रलोभन देकर खरीद रहे है एवं उसे जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर के सहारे खनन कर मिट्टी जमा करवा रहे हैं। किसान भी पैसा के लालच में अपनी महत्वपूर्ण उपजाऊ जमीन को तीन चार फीट गड्डा बनाकर मिट्टी बेच रहे है। जिसके कारण उनके बगल के जमीन मालिकों को भी मजबूरन मिट्टी कटवाना पर रहा है। ऐसा नहीं करने पर उनका सारा मिट्टी व मेड़ टूटकर बगल के खेत में चला जाता है। जिससे अब हालत यह हो गयी है कि खेत में फसल लहलहाती थी वहां अब गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे है।बरसात में जब इन खेतों पानी भरता है तो तालाब सा नजारा दिखता है। लेकिन इन अवैध खनन करने वाले को स्थानीय प्रशासन या खनन विभाग भी कुछ नही कर पा रहा है। लोगों के मुताबिक चिमनी संचालक द्वारा तीन से चार फीट मिट्टी काटने के लिए जमीन का 14 से 15 हजार रुपए प्रति कट्ठा दे रहा है। जिसके प्रलोभन में आकर वो अपनी उपजाऊ जमीन को भी बंजर बना रहे है। दिलचस्प यह कि खनन माफिया गांव में परे बिहार सरकार व रेलवे में अधिकृत जमीन में भी मिट्टी खनन कर बेच रहे है। जिसे देखने वाला कोई नही है। चिमनी भट्ठा संचालक इस काम में गांव के दबंग आपराधिक गतिविधि वाले लोगों की मदद लेते हैं। जिसके कारण इसके लिए कोई भी व्यक्ति आवाज उठाने से भी कतराते है। लोगों ने कम से कम जिस सड़क से मिट्टी लदे ट्रैक्टर धूल उड़ाते फर्राटे भरते है। उसपर पानी छिड़काव करने की मांग की है। रोज सैकड़ो ट्रेक्टर दौड़ने के कारण हमेशा दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है।

Recent Post