



विशेष ब्यूरो बिहार की रिपोर्ट :
तेजस्वी यादव ने प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री को डरपोक, निकम्मा और नकारा करार दिया है। तेजस्वी यादव के इस बयान से बिहार की सियासत में बवाल होना तय है
न्यूज डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (ए.एल.न्यूज)। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम पर बड़ा हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री को डरपोक, निकम्मा और नकारा करार दिया है। तेजस्वी यादव के इस बयान से बिहार की सियासत में बवाल होना तय है। दरअसल, तेजस्वी यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट्स से ट्विट कर नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला है। मामला कटिहार का है। जहां बीते दिन एक शराब तस्कर को छुड़ाने के लिए थाने में हंगामा किया गया था। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। कथित तौर पर तस्कर को छुड़ाने पहुंचे ग्रामीणों में भाजपा नेता और उनके समर्थक शामिल थे। इस मामले तेजस्वी यादव ने आज ट्विट कर एनडीए सरकार पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, “गुंडों, अपराधियों और बलात्कारियों की पार्टी BJP का नेता आलोक कुमार चौहान शराब तस्करों को छुड़ाने के लिए 150 लोगों को लेकर थाने पर चढ़ गया और पुलिस टीम पर हमला कर दिया। थानाध्यक्ष को पीटा, घसीटा और वर्दी फाड़ दी। कुछ दिन पहले अपराधी बीजेपी नेता ने एसएचओ को धमकी भी दी थी”। तेजस्वी ने आगे कहा कि, प्रतिदिन पुलिस पर हमले हो रहे है,सीएम अचेत है। प्रदेश के दो डरपोक, बड़बोले, निकम्मे और नकारे उपमुख्यमंत्रियों ने भाजपाई अपराधियों को खुली छूट दे रखी है। दोनों उपमुख्यमंत्री अपराधियों की जाति, चेहरा और बैंक बैलेंस देख कोई व्यक्तव्य देते है अन्यथा कहीं बिल में घुस जाएंगे और पुलिस पिटती रहेगी। उन्होंने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी क्या आप आगामी 4 मई के बिहार दौरे पर पुलिस टीम पर हमला करने वाले बीजेपी नेता आलोक चौहान, आरा में नरसंहार करने वाले बीजेपी नेता बबलू सिंह, शराब तस्कर बीजेपी नेताओं, बालू माफिया बीजेपी नेताओं और रंगदार बीजेपी नेताओं को सम्मानित कर जंगलराज के राग का आनंद लेंगे या बीजेपी के उपमुख्यमंत्रियों से अपराधियों की जाति वाला पाठ सुनेंगे? गौरतलब हो कि, कटिहार के डंडखोरा प्रखंड के रायपुर पंचायत के मुखिया और भाजपा प्रखंड अध्यक्ष आलोक कुमार ने शनिवार सुबह करीब 150 समर्थकों के साथ डंडखोरा थाना पहुंचकर हंगामा किया। वे हाजत में बंद एक शराब तस्कर को छुड़ाने की मांग कर रहे थे। पुलिस द्वारा तस्कर को छोड़ने से इनकार करने पर भीड़ ने पहले हाजत का ताला तोड़ने की कोशिश की। जब प्रयास असफल रहा, तो उपद्रवियों ने लाठी-डंडे और पत्थरों से पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। इस हमले में थानाध्यक्ष ओम प्रकाश महतो समेत पांच जवान घायल हो गए। महिलाओं ने थानाध्यक्ष के मुंह और कान नोचकर उन्हें लहूलुहान कर दिया। घटना के दौरान उपद्रवियों ने अपर थानाध्यक्ष अमलेन्दु कुमार सिंह को घसीटते हुए ऊपरी तल से नीचे ला दिया और एएसआई सुमन कुमार को दर्जनों युवकों ने लाठी-डंडे से पीटा। पुलिस स्टेशन के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, टेबल फैन और लैपटॉप को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। साथ ही कई पुलिसकर्मियों की वर्दी भी फाड़ दी गई। स्थिति बिगड़ने पर थानाध्यक्ष ने ऊपर जाकर रिवॉल्वर निकाली, लेकिन उपद्रवियों ने उसे छीनने की कोशिश की। उनका मोबाइल फोन भी छीना गया। हालात नियंत्रित करने के लिए थानाध्यक्ष ने छह राउंड हवाई फायरिंग की, जिसके बाद भीड़ तितर-बितर हो गई। हालांकि कुछ महिलाएं और पुरुष थाना गेट पर डटे रहे।