



छपरा से प्रमंडलीय ब्यूरो द्वारा संकलित :
इवीएम वेयरहाउस में एफएलसी कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी अमन समीर ने यह जानकारी दी
न्यूज़ डेस्क, छपरा/सारण
संवाददाता
– अमिट लेख
छपरा/सारण, (ए.एल.न्यूज़)। आगामी बिहार विधानसभा आम चुनाव की तैयारी के तहत जिले में ईवीएम-वीवीपैट की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) के अंतिम चरण में 27 से 30 मई तक मॉक पोल आयोजित किया जाएगा।

शनिवार को सदर प्रखंड स्थित इवीएम वेयरहाउस में एफएलसी कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी अमन समीर ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मॉक पोल के लिए लगभग 250 मशीनों का चयन किया गया है। सभी राजनीतिक दलों को मॉक पोल की जानकारी पत्र के माध्यम से दी जा चुकी है। साथ ही उनसे बैठक कर विस्तृत जानकारी साझा की गई है। दलों से अनुरोध किया गया है कि वे मॉक पोल के दौरान उपस्थित रहकर रैंडम मशीनों पर स्वयं मतदान कर सत्यापन करें। इस प्रक्रिया में सहयोग के लिए पर्याप्त संख्या में मास्टर ट्रेनरों की प्रतिनियुक्ति भी कर दी गई है।
पांच प्रतिशत मशीनों पर होगा मॉक पोल :
उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद इकबाल ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार एफएलसी में कुल सही पाई गई मशीनों के पांच प्रतिशत पर मॉक पोल किया जाएगा। इनमें से एक प्रतिशत पर 1200, दो प्रतिशत पर 1000 और दो प्रतिशत पर 500 वोट डालकर परीक्षण किया जाएगा। इस दौरान बैलेट यूनिट पर लगे डमी चुनाव चिन्हों से वीवीपैट की पर्चियों का सतत मिलान किया जाएगा।
एक प्रतिशत मशीनों की होगी लोड टेस्टिंग :
ईवीएम सेल के नोडल पदाधिकारी सह डीएमडब्लूओ रवि प्रकाश ने बताया कि मॉक पोल के दौरान एक प्रतिशत यानी लगभग 50 मशीनों पर लोड टेस्टिंग भी की जाएगी।

जिसमें 64 अभ्यर्थियों को मानकर परीक्षण किया जाएगा। इसके लिए चार बैलेट यूनिट को जोड़ा जाता है और सभी पर डमी चुनाव चिन्ह लगाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि सारण में एफएलसी कार्य पूरी पारदर्शिता और सतर्कता के साथ संपन्न किया जा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग के प्रेक्षकों ने भी यहां की व्यवस्था और कार्य प्रणाली पर संतोष व्यक्त करते हुए प्रशंसा की है। राज्य के अन्य जिलों के लिए सारण एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत हो रहा है।