



छपरा से प्रमंडलीय ब्यूरो द्वारा संकलित :
दो दिवसीय 32वीं जिला शतरंज प्रतियोगिता का सीपीएस में भव्य शुभारंभ
न्यूज़ डेस्क, छपरा/सारण
संवाददाता
– अमिट लेख
छपरा/सारण, (ए.एल.न्यूज़)। छपरा जिला शतरंज संघ द्वारा आयोजित दो दिवसीय 32वीं जिला शतरंज प्रतियोगिता का शुभारंभ शनिवार को छपरा शहर के चांदमारी रोड के विकास नगर स्थित सेंट्रल पब्लिक स्कूल (सीपीएस) परिसर में हुआ।

इस आयोजन को लायंस क्लब ऑफ़ छपरा द्वारा प्रायोजित किया गया है। उद्घाटन समारोह का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ सारण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने किया।मुख्य अतिथि का स्वागत संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार वर्मा ‘संकल्प’ ने पुष्पगुच्छ और शॉल भेंटकर किया। उद्घाटन सत्र में मंच पर लायंस क्लब अध्यक्ष व संघ के उपाध्यक्ष डॉ. विकास कुमार सिंह, क्लब के सचिव राकेश कुमार मिश्रा, एक्सिस बैंक के क्लस्टर हेड ज्ञानेश्वर सिंह, ब्रांच मैनेजर सुशील वर्मा, सीपीएस के एचआर अश्विनी परमार व मंच संचालक अरविंद कुमार सिंह आदि अन्य गणमान्य मौजूद रहे। इस प्रतियोगिता में जिले सहित आसपास के विद्यालयों व शतरंज क्लबों से 200 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया। अपने संबोधन में एसएसपी डॉ. कुमार आशीष ने कहा कि शतरंज न केवल मानसिक विकास का खेल है, बल्कि यह जीवन में सही समय पर निर्णय लेने की क्षमता भी प्रदान करता है। उन्होंने विद्यार्थियों से नियमित रूप से शतरंज खेलने की सलाह दी। संघ के अध्यक्ष डॉ. वर्मा ने कहा कि शतरंज केवल खेल नहीं, बल्कि विचारों की युद्धभूमि है। हमारा उद्देश्य चैंपियन तैयार करना नहीं, बल्कि रणनीतिक सोच व धैर्यपूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण करना है। लायंस क्लब ऑफ छपरा के अध्यक्ष डॉ. विकास कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि जीवन में भी ‘शाह’ और ‘मात’ की तरह जीत-हार से सीखने की जरूरत है। उन्होंने बच्चों को प्रेरित करने वाले सभी अभिभावकों का आभार जताया। एक्सिस बैंक के क्लस्टर हेड ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि शतरंज जीवन का आईना है, जिसमें हर चाल सोच-समझकर चलनी होती है। यह बच्चों में संयम और नेतृत्व की भावना विकसित करता है। संघ के सचिव अरविंद कुमार सिंह ने प्रतियोगिता के नियमों की जानकारी दी और सभी खिलाड़ियों से अनुशासन का पालन करने की अपील की। प्रतियोगिता का समापन 25 मई को होगा, जिसमें विभिन्न वर्गों के विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। बहरहाल, इस आयोजन ने जिले में शतरंज के प्रति बढ़ती रुचि को दर्शाते हुए बच्चों की मानसिक क्षमता व प्रतिस्पर्धात्मक भावना को सुदृढ़ करेगा।