



पटना ब्यूरो की रिपोर्ट :
ईओयू ने दर्ज किया केस
न्यूज़ डेस्क, राजधानी खबर
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना (ए.एल.न्यूज)। बिहार में निजी क्षेत्र की फिनो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के 17 जिलों में संचालित 251 व्यापारिक खातों से 5.58 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने बायोमेट्रिक क्लोनिंग के जरिए ग्राहकों की आधार पहचान का दुरुपयोग करते हुए यह राशि निकाल ली। इस घोटाले के खिलाफ बैंक ने बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर एफआईआर संख्या 18/25 दर्ज कर ली गई है और जांच प्रारंभ हो गई है। बैंक के स्थानीय प्रबंधक मनीष रौशन द्वारा दर्ज शिकायत में बताया गया है कि केवल अररिया जिले में ही 140 खातों से 3.05 करोड़ की अवैध निकासी की गई। इसके अलावा पूर्णिया में 49 खातों से 99.87 लाख और किशनगंज में 25 खातों से 69.82 लाख की निकासी की गई। अन्य जिलों जैसे कटिहार, गया, भागलपुर, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मुंगेर, नवादा, पटना आदि में भी छोटे पैमाने पर ठगी की घटनाएं हुई हैं। फिनो बैंक गांवों में आधार-इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से बैंकिंग सुविधा देता है। इसके तहत गांवों में व्यापार इकाइयां नियुक्त होती हैं जिन्हें आधार सत्यापन से जुड़ी बायोमेट्रिक मशीनें और सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराए जाते हैं। इन्हीं इकाइयों से जुड़े ग्राहकों की गोपनीय जानकारी और बायोमेट्रिक डिटेल लीक होने के कारण यह फर्जी निकासी संभव हो पाई। बैंक का आरोप है कि कई स्थानीय थानों ने पहले की शिकायतों पर कार्रवाई नहीं की, जिससे ठगी का दायरा बढ़ता गया। हालांकि बैंक की पहल और एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के बाद अब तक केवल 38.87 लाख की राशि ही रिकवर की जा सकी है।