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Post: दूसरे राज्यों में उद्योग धंधे तो बिहार में मज़दूर कारखाना

दूसरे राज्यों में उद्योग धंधे तो बिहार में मज़दूर कारखाना

प्रशांत किशोर ने बिहार के नेताओं को दिखाया आईना, बोले – दूसरे राज्यों में मोटर साईकिल, टीवी, सीमेंट बन रहा है और बिहार में बन रहा है देश का सबसे सस्ता मजदूर

✍️ सह संपादक

– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। जन सुराज पदयात्रा के 216वें दिन की शुरुआत वैशाली जिले के राजापाकड़ प्रखंड के अंतर्गत राजापाकड़ उत्तरी पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। प्रार्थना के बाद प्रशांत किशोर ने सैकड़ों पदयात्रियों के साथ राजापाकड़ उत्तरी पंचायत से पदयात्रा शरू की। पदयात्रा जफरपट्टी, बकरपुर, विशुनपुर बालभद्र, चक सिकंदर कल्याणपुर, शाहदुल्लापुर धोबालिया, होते हुए रामदौली प्रखंड के शीतलपुर कमालपुर पंचायत स्थित संत कबीर महंत राम दयाल दास महाविद्यालय में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची। इस दौरान प्रशांत किशोर ग्रामीणों की समस्याओं को समझ कर उसका संकलन कर उसके समाधान के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करने की बात कही। दिनभर की पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने 3 आम सभाओं को संबोधित किया और 6 पंचायतों के 12 गांवों से गुजरते हुए 12.4 किमी की पदयात्रा तय की।

दूसरे राज्यों में मोटर साईकिल, टीवी, सीमेंट बन रहा है और बिहार में बन रहा है देश का सबसे सस्ता मजदूर : प्रशांत किशोर

जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की सड़कों पर चलने वाली मोटरसाइकिल हरियाणा में और महाराष्ट्र में बनती है। घर बनाते समय जिस सीमेंट का इस्तेमाल होता है, वह बनता है झारखंड, मध्य प्रदेश और उड़ीसा में। गांव में बस, ट्रक है और जो ट्रैक्टर है, वह महाराष्ट्र, तमिलनाडु और गुजरात में स्थित फैक्ट्रियों में बनता है। इतना ही नहीं, आपके घरों में जो टीवी व मोबाइल हैं वह बनता है उत्तर प्रदेश में। ऐसे में स्वाभाविक सवाल है कि बिहार में क्या बनता है? जवाब है कि बिहार में हम सस्ते मजदूर बनाते हैं। बच्चों को पैदा करते हैं, और उन बच्चों को 20-22 सालों तक अपना पेट काट-काटकर बड़ा करते हैं और बाद में जानवरों की तरह उनकी पीठ पर झोला लादकर दूसरे राज्य भेज देते हैं मजदूर करने के लिए।

पीएम मोदी पर पीके का हमला – आप भाजपा को उछल-उछल कर वोट दे रहे हैं, लेकिन मोदी ने 9 साल में बिहार के लिए एक बैठक भी नहीं की

वैशाली में प्रशांत किशोर ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब मोदी जी केंद्र की सत्ता में आए थे तो लोगों ने शोर किया था कि मोदी जी आएंगे तो पूरे देश को सुधार देंगे। 2014 में मोदी जी का प्रचार मैं ही कर रहा था। 2012-2013 में बिहार और उत्तर प्रदेश की आधी जनता उनका नाम तक नहीं जानती थी। आज यही जनता मुझसे झगड़ती है, ये कहकर कि मोदी जी के आने से ही देश में कल्याण हुआ है। जो भी मोदी के भक्त यहां मौजूद हैं, उनको बता दे रहे हैं कि मोदी 9 साल से प्रधानमंत्री हैं, आंख बंद करके लगभग सभी ने उनको वोट दिया है। मोदी के प्रधानमंत्री बनने से बिहार का फायदा हुआ या नहीं, ये छोड़ दीजिए, मोदी के आने से बिहार में फैक्ट्री और रोजगार आया या नहीं, इस बात को भी छोड़ देते हैं। इन 9 सालों में मोदी जी ने बिहार के विकास के लिए एक भी बैठक अगर की हो और आप में से कोई इसका प्रमाण मुझे दिखा दें, तो मैं कल से ही मोदी का झंडा लेकर ढोने के लिए तैयार हूं। इन्होंने बिहार के विकास के लिए एक बैठक तक नहीं की है और आप और हम उछल-उछलकर कमल का बटन दबा रहे हैं। अब आप ये बताइए कि आपके और हमारे लड़के मजदूर नहीं बनेंगे तो कौन मजदूर बनेगा? गलती मोदी जी की नहीं बल्कि हमारी और आपकी है। इसलिए खड़े होइए और संकल्प लीजिए की गलत वोट नहीं देंगे। अपने बच्चों के लिए वोट देंगे तभी स्थिति सुधरेगी।

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