AMIT LEKH

Post: प्रभु भजन पर झूम उठे सन्यासी

प्रभु भजन पर झूम उठे सन्यासी

सन्यास पीठ में रामायण के पाठ के साथ शिवजी का जाप सन्यासियों के लिए पावन अवसर

भजन कीर्तन ईश्वर साक्षात्कार के लिए है सुलभ मार्ग

मुंगेर से निरंजन कुमार की रिपोर्ट :

–  अमिट लेख

मुंगेर, (जिला ब्यूरो)। सन्यास पीठ में 8 दिनों से चल रहे रामायण कथा की समाप्ति के बाद शुक्रवार को भजन संध्या कार्यक्रम समाप्त हुआ। दो दिवसीय भजन कार्यक्रम में जबलपुर से भजन संध्या के कलाकारों ने भक्ति रस के जलवे बिखेरे। गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो भजन पर सन्यास पीठ के सन्यासी सहित विदेशी प्रशिक्षुओं ने भी भक्ति रस में एक नई ऊर्जा को ग्रहण किया। भजन संध्या के कलाकार तिलक सिंह कश्यप, ज्योति सोनी,राकेश कुमार, राम कुमार अनिल कोरिया ने संगीत के साथ भक्ति भजन कीर्तन प्रस्तुत किया। कलाकारों को संस्था के सचिव धर्मरक्षी ने अंग वस्त्र से सम्मानित किया। मालूम हो कि इन दोनों सन्यास पीठ में रामायण के पाठ के साथ शिवजी का जाप किया जाता है सन्यासियों के लिए यह पावन अवसर माना जाता है। बताते चले की 21 से 25 अगस्त तक स्वामी माधवानंद द्वारा प्रवचन की प्रस्तुति सन्यास पीठ में होने जा रहा है 27 से 30 अगस्त तक श्री कृष्ण राधा का आराधना का कार्यक्रम है। वही, 8 से 12 सितंबर को श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ होगा . परमहंस स्वामी निरंजनानंद सरस्वती ने कहा कि प्रभु स्तुति का महत्वपूर्ण साधन भजन कीर्तन है। भजन कीर्तन के माध्यम से मानव को आत्मिक आध्यात्मिक शांति की अनुभूति होती है जिससे उन्हें ईश्वर साक्षात्कार का मार्ग सरल हो जाता है।

Comments are closed.

Recent Post