



जन सुराज संगठन में गुरुवार को प्रदेश के दलितों और मुस्लिम समुदाय के लोगों के हक में आवाज बुलंद करने वाले बड़े नेता पूर्णमासी राम ने सदस्यता ली
न्यूज़ डेस्क, बेतिया
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। जन सुराज संगठन में गुरुवार को प्रदेश के दलितों और मुस्लिम समुदाय के लोगों के हक में आवाज बुलंद करने वाले बड़े नेता पूर्णमासी राम ने सदस्यता ली। उनके शामिल होने के साथ ही ये साबित हो गया कि बिहार के लोग जन सुराज को लेकर कितनी सकारात्मक और बेहतर सोच रखते हैं। पूर्णमासी राम किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं क्योंकि साल 1990 से लगातार पांच बार बगहा बिहार विधानसभा के लिए चुने गए, 2009 में गोपालगंज जदयू से सांसद सदस्य रहे। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने माला पहनाकर इन्हें जन सुराज के संस्थापक सदस्य के रूप में जोड़ा। इस दौरान पूर्णमासी राम के साथ सैकड़ों जनप्रतिनिधियों ने भी जन सुराज की सदस्यता ग्रहण की। बता दें कि ये सदस्यता अभियान मीनापुर प्रखंड के आरके हाई स्कूल छपरा में आयोजित किया गया था। इस दौरान पूर्णमासी राम ने कहा कि मैं प्रशांत किशोर जी की बिहार को लेकर सोच से प्रभावित हूं। इसलिए संगठन की मजबूती के लिए जन सुराज में शामिल हुआ हूं। ताकि व्यवस्था परिवर्तन कर नया बिहार की परिकल्पना साकार कर सकें।
राज्य मंत्री और कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं पूर्णमासी राम
पूर्णमासी राम के राजनीतिक सफर की बात करें तो वें बगहा से लगातार पांच बार बिहार विधानसभा के लिए चुने गए, पहली बार 1990 में। अपने पहले कार्यकाल, 1990-1995 के दौरान, वह राज्य मंत्री और 1995 से 2005 और 2005 से 2009 तक कैबिनेट मंत्री रहे। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कल्याण संबंधी समिति के अध्यक्ष भी रहे। 2009 में वह गोपालगंज से जदयू की टिकट पर संसद सदस्य चुने गए और खाद्य, उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण समिति के सदस्य थे।