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Post: केके पाठक के पास न कोई गहना न कोई गाड़ी, इस बड़े अफसर के पास सोने की चैन व चार हीरा

केके पाठक के पास न कोई गहना न कोई गाड़ी, इस बड़े अफसर के पास सोने की चैन व चार हीरा

विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :

बिहार में मंत्रियों के बाद अब राज्य सरकार के अधिकारियों ने अपनी संपत्ति की घोषणा कर दी है

न्यूज डेस्क, राजधानी पटना

दिवाकर पाण्डेय

–  अमिट लेख
पटना, (ब्यूरो न्यूज़)। बिहार में मंत्रियों के बाद अब राज्य सरकार के अधिकारियों ने अपनी संपत्ति की घोषणा कर दी है। विभागों ने अधिकारियों की संपत्ति घोषणा के संबंध में विवरण जारी कर दिये गये है। अधिकारियों ने संपत्ति की घोषणा में अर्जित चल अचल संपत्ति का ब्योरा दिया है। विभाग के स्तर पर जारी विवरण के अनुसार, प्रदेश के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक और डीजीपी आरएस भट्टी समेत कई आला अधिकारियों ने अपनी संपत्ति घोषित की है। आइये जानते हैं किनके पास कितनी संपत्ति है। बिहार प्रदेश के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा के पास तीन बैंक एकाउंट हैं, जिसमें करीब 19 लाख रुपये जमा है। मुख्य सचिव मेहरोत्रा के राजभवन के एसबीआई ब्रांच में 11.81 लाख, पाटलिपुत्र कालोनी की केनरा बैंक में 33 हजार और एक्सिस बैंक में 7.70 लाख रुपये जमा है। इसके अलावा उनके पास सोने की एक चेन और चार हीरे है। यह उन्हें विवाह के वक्त तोहफे में मिले थे। लखनऊ के गोमती नगर में इनका फ्लैट है जो पत्नी के साथ संयुक्त रूप से खरीदा गया है। इसकी कीमत करीब 27 लाख रुपये है। साथ ही विस्टा टावर गोमती नगर में और एक फ्लैट है जिसकी कीमत करीब 80 लाख रुपये है। इनकी पत्नी ममता मेहरोत्रा के पास भी जेवरात है जो उनकी मां से उपहार स्वरूप मिले थे। बिहार में सबसे अधिक चर्चा किसी एक अधिकारी की होती है तो वह हैं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक। ऐसे में सबकी रुचि इनसे जुड़ी बातें जानने की होती है। अब केके पाठक ने भी अपनी संपत्ति घोषित कर दी है। ईमानदार छवि के अधिकारी केके पाठक के पास न तो अपनी गाड़ी है और न कोई गहना है। उनके पास नकद के रूप में मात्र 15 हजार रुपये है। वहीं, केके पाठक के बैंक खातों में भी कोई खास रुपये नहीं है। इनके बचत खाते में 8.71 लाख रुपये है। पीपीएफ खाता में 56.27 लाख और जीपीएफ में 1.60 करोड़ रुपये है। बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी चांदी-सोने के शौकीन नहीं हैं, लेकिन उनकी पत्नी सोने चांदी का शौक जरूर रखती है। इनके पास करीब 91 लाख रुपये मूल्य के जेवरात है। डीजीपी भट्टी के पास नकद के रूप में 45 हजार रुपये हैं तो पत्नी के पास 35 हजार। भट्टी ने अपने अब तक बैंक में 41.81 लाख रुपये जमा किए है। बांड्स और शेयर में इन्होंने करीब 54 लाख रुपये का निवेश किया है। इनके पास चंडीगढ़ में एक पांच सौ वर्ग गज का आवास है। कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव डा. एस सिद्धार्थ कैमरे के शौकीन है। उनके पास एक निकोन कैमरा, लेंस के अलावा एक पिस्टल भी है। डॉ. सिद्धार्थ के बैंक में 52.81 लाख रुपये जमा है। इन्होंने शेयर में भी निवेश किया है। इनका द्वारका दिल्ली में एक फ्लैट है जिसकी कीमत करीब 25 लाख रुपये है। इन्होंने बैंक से करीब 90 लाख रुपये का लोन लिया है। इस बैंक कर्ज में अभी 75 लाख 52 हजार रुपये वापस करना बाकी है। भवन निर्माण सचिव के अलावा पटना के प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि के पास नकद के रूप में सिर्फ 11 हजार रुपये है। इनकी पत्नी के पास 17500 रुपये हैं. कुमार रवि के पास 40 ग्राम और पत्नी के पास 265 ग्राम सोना है। दोनों सोने की कीमत 9.70 लाख रुपये है। पत्नी के पास चार सौ ग्राम चांदी भी है। इनके पास कृषि या गैर कृषि योग्य कोई जमीन नहीं है। इनके पास पटना में एक फ्लैट जरूर है जिसकी कीमत करीब 53 लाख रुपये है। यह फ्लैट कुमार रवि और उनकी पत्नी दोनों के नाम पर है। राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल. चोंगथू संपत्ति के मामले में पत्नी से गरीब ही है। वैसे राबर्ट के पास दो कार जरूर है। एक कार है मारुति इरटिगा जो उन्होंने 2013 में खरीदी, जबकि दूसरी गाड़ी है मारुति ब्रेजा जो 2018 में खरीदी थी। नकद के रूप में चोंगथू के पास 10 हजार रुपये हैं, जबकि बैंक में करीब 1.60 लाख रुपये जमा है। वहीं, इनकी पत्नी जैसलीन के पास नकद में 20 हजार रुपये और बैंक में करीब 15 लाख रुपये और पीपीएफ एकाउंट में 12 लाख रुपये है।

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