बेतिया से हमारे उप संपादक मोहन सिंह की रिपोर्ट :
मुजफ्फरपुर में दलित लड़की के साथ बलात्कार व हत्या के खिलाफ ऐपवा- इंसाफ मंच- भाकपा माले ने किया प्रदर्शन
कोलकाता से लेकर मुजफ्फरपुर तक बलात्कार व महिलाओं पर बढ़ती हिंसा चिंताजनक-सुनील कुमार राव
प्रशासन मामले की लीपापोती में लगा है-फरहान राजा
मोदी सरकार में घर हो या कार्यस्थल महिलाए सुरक्षित नहीं : निखिता
संपादकीय डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। मुजफ्फरपुर के पारू में एक दलित लड़की के साथ बलात्कार व हत्या की बेहद दर्दनाक घटना के खिलाफ पीड़िता के लिए न्याय की गारंटी और अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग पर भाकपा-माले व ऐपवा बेतिया समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया।
भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य सुनील कुमार राव ने कहा कि कोलकाता से लेकर उत्तराखंड और बिहार से विगत पांच-छह दिनों में बलात्कार व हत्या की बेहद अमानवीय घटनायें बेहद चिंतनीय है। कोलकाता में एक डाॅक्टर के सज्ञथ कार्यस्थल पर बलात्कार व हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। उत्तराखंड में एक नर्स के साथ बलात्कार और उसकी हत्या की गई। और बिहार के मुजफ्फरपुर में एक गांव की युवा लड़की के साथ बलात्कार व हत्या कर दी गई। ये तीनों घटनाएं लगभग एक साथ घटित हुई हैं जो इस सवाल को एक बार फिर से महिलाओं की सुरक्षा व स्वतंत्रता के सवाल को उठा रहा है। सुनील कुमार राव ने कहा कि मृतक युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए! और उनकी सुरक्षा की गारंटी की जाए! इंसाफ मंच जिला सचिव सह RYA जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि प्रशासन पूरे मामले की लीपपोती में ही लगी हुई है। एसपी का बयान था कि युवती के प्राइवेट पार्ट में जख्म के कोई निशान नहीं है। अभी तक सरकार का कोई पदाधिकारी पीड़ित परिजनों से मिलने नहीं पहुंचा है। ऐसे में प्रशासन की भूमिका संदिग्ध लगती है। उन्होंने कहा कि सभी अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए! मृतक परिजन को 10 लाख रु. का मुआवजा उपलब्ध कराया जाए। ऐपवा नेत्री निखिता कुमारी ने कहा कि कोलकाता में ममता बनर्जी की सरकार है जहां महिला मूखयमंत्री है। बिहार में भाजपा जदयू की सरकार है, उत्तराखंड में भाजपा की सरकार तक में लड़कियों से यौन हिंसा क्यों हो रहा है इसके कौन जिम्मेदार है? इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा, मोदी, ममता और नितीश सरकार कबतक मुंह नहीं खोलेंगे, हद तो तब हो जाता है कि भाजपा जदयू सरकार में मुज़फ्फरपुर में अपराधी संजय राय मृतक पीड़िता से शादीशुदा होने के बावजूद शादी का दबाव बना रहा था। पीड़िता की मां के इंकार के बाद 12 अगस्त की रात में संजय राय चार-पांच लोगों के साथ घर के पीछे लगे बाड़े से घुसा। उस वक्त मृतक युवती अपनी बहन व मां के साथ एक ही चौकी पर सो रही थी। उसकी मां ने संजय राय को पहचान लिया। सभी अपराधी उक्त युवती को उठाकर ले गए। परिजनों ने हल्ला मचाया लेकिन लडकी नहीं मिली। अगले दिन बगल के पोखर से उसकी लाश मिली। उसके कपड़े पोखर के बाहर ही रखे गए थे। उसके ब्रेस्ट पर कई जगह घाव के निशान थे। शरीर बुरी हालत में था। इस कारण यह मानने में कोई संदेह नहीं रह जाता कि हत्या के पहले उसके साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया गया। सभा को संजय यादव, सुरेन्द्र चौधरी, विवेक तिवारी, अमित कुमार यादव, ऊषा देवी, निर्मला देवी, चक्रीका देवी, आइसा नेता नेपाली यादव, प्रमोद राम, बालेश्वर पाड़े, अरूण तिवारी आदि नेताओं ने भी सभा को संबोधित किया।