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Post: स्वच्छता पर्यवेक्षक का दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का शुभारंभ

स्वच्छता पर्यवेक्षक का दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का शुभारंभ

जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

“स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान द्वितीय चरण अन्तर्गत स्वच्छता पर्यवेक्षक का ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन के बेहतर क्रियान्वयन हेतु दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का आयोजन दिनांक 04.09.2024 से 05.09.2024 तक जिला जल एवं स्वच्छता समिति, सुपौल के द्वारा किया जा रहा है”

न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल 

संतोष कुमार

– अमिट लेख

सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। बुधवार को स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान द्वितीय चरण अन्तर्गत स्वच्छता पर्यवेक्षक का ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन के बेहतर क्रियान्वयन हेतु दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का आयोजन दिनांक 04.09.2024 से 05.09.2024 तक जिला जल एवं स्वच्छता समिति, सुपौल के द्वारा किया जा रहा है। दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का शुभारम्भ उप विकास आयुक्त-सह-उपाध्यक्ष, जिला जल एवं स्वच्छता समिति एवं निदेशक-सह-सदस्य सचिव डीआरडीए सुपौल द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

फोटो : संतोष कुमार

उप विकास आयुक्त सुधीर कुमार द्वारा प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बताया गया कि जिला पदाधिकारी के नेतृत्व में सभी स्वच्छता कर्मियों, स्वच्छता पर्यवेक्षकों, प्रखंड स्तरीय टीम एवं जिला स्तरीय टीम के संयुक्त प्रयास से सुपौल जिला प्लास्टिक प्रबंधन का कार्य में राज्य में अब्बल स्थान प्राप्त किया है। जो, सराहनीय है। जिला में स्थापित पीडब्ल्यूएमयू पर प्लास्टिक प्रबंधन के कार्य को राज्य स्तर पर भी सराहा गया है। राज्य स्तर से सुपौल में किये जा रहे प्लास्टिक प्रबंधन के कार्यों को व्यवहर्ता अध्ययन हेतु यूनिसेफ की सहयोगी संस्था आई एल आर टी की टीम को भेजा गया है। जो विभिन्न पंचायतों एवं पी डब्ल्यू एम यू द्वारा किये जा रहे प्लास्टिक प्रबंधन के बारें में अध्ययन एवं मूल्यांकन कर रही है। उप विकास आयुक्त सुपौल द्वारा बतलाया गया कि यह पूरा प्रबंधन एक चैन की तरह है, जो कचरा उत्पन्न होने वाले श्रोत से संग्रहण व परिवहन करते हुए डब्ल्यू पी यू तक लाया जाता है। जहाँ प्लास्टिक का पुनः पृथ्थीकरण करते हुए विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक स्टोरेज में स्टोर किया जाता है। पुनः डब्ल्यू पी यू में विभिन्न प्रकार के स्टोरेज प्लास्टिक को प्रोसेसिंग व मॉर्केटिंग हेतु पी डब्ल्यू एम यू भेजा जाता है। पीडब्ल्यूएमयू में डब्ल्यू पी यू से प्राप्त विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक को प्रोसेसिंग कर मॉर्केट लिंकेज करते हुए राजस्व प्राप्त किया जा रहा है। इस पूरी कड़ी को बनाएँ रखना है इसे टूटने नहीं देना है। साथ ही सुपौल जिला के पूरे राज्य में प्रथम स्थान को बनाएँ रखना है। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बताया गया कि सभी पंचायतों में ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य किया जा रहा है। ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन के क्रियान्वयन में आ रही कठिनाईयों एवं चुनौतियों को इस प्रशिक्षण से लाभ लेते हुए समस्याओं को दूर कर सामुदायों का भागीदारी सुनिश्चित करते हुए पंचायत के सभी गाँवों को ओडीएफ प्लस मॉडल बनाए रखना है। सभी घरों संस्थानों एवं हाट बजारों से प्रत्येक दिन सूखा व गीला कचरा का संग्रहण व परिवहन करते हुए डब्ल्यूपीयू में गीला कचरा से कम्पोस्ट खाद तथा सूखा कचरा का पृथ्वीकरण करते हुए पीडब्ल्यूएमयू को भेज कर प्रोसेसिंग व मॉर्केट लिंकेज कर राजस्व प्राप्त करने की कड़ी को स्थायित्व प्रदान करेंगे। निदेशक डीआरडीए गयानन्द यादव द्वारा भी सभी प्रतिभागी एवं लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान टीम को पंचायत के सभी गाँवों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के बेहतर क्रियान्वयन हेतु मार्गदर्शन दिया गया। जिला सलाहकार, सीबी एण्ड आईईसी सुपौल सुभाष कुमार द्वारा सभी प्रतिभागी को संबोधित करते हुए ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन के क्रियान्वयन में आ रही चुनौतियाँ एवं समाधान के बारे में क्षमतावर्द्धन किया गया। जिला समन्वयक सुश्री सोनम कुमारी द्वारा सभी प्रतिभागी को प्रशिक्षण से संबंधित विभिन्न घटकों के बारे में मार्गदर्शन किया गया। मास्टर प्रशिक्षक द्वारा सभी प्रतिभागी का परिचय लेते हुए प्रशिक्षण पूर्व टेस्ट लिया गया। तत्पश्चात् ओडीएफ प्लस के विभिन्न घटकों यथा एसडब्ल्यूएम,पीडब्ल्यूएम, एलडब्ल्यूएम, के बारे में क्षमतावर्द्धन किया गया। यह प्रशिक्षण लागातार दिनांक 05.09.2024 तक किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागियों को ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के विभिन्न घटकों के बारें में क्षमतावर्द्धन किया जाएगा। साथ ही क्षेत्रिय प्रशिक्षण के दौरान डेमो करते हुए विभिन्न प्रकार के सूखे कचरा का पृथ्थीकरण एवं प्रबंधन तथा गीले कचरे से कम्पोस्ट खाद तैयार करने से संबंधित क्षमतावर्द्धन किया जाएगा। आज के प्रशिक्षण में उप विकास आयुक्त सुधीर कुमार निदेशक डीआरडीए गयानन्द यादव जिला समन्वयक सोनम कुमारी, जिला सलाहकार, सीबी एण्ड आईईसी सुभाष कुमार एवं ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के क्रियान्वयन हेतु वित्तीय वर्ष 2022-23 व 2023-24 चयनित ग्राम पंचायत के स्वच्छता पर्यवेक्षक द्वारा भाग लिया गया। प्रशिक्षक के रूप में यूनिसेफ के सहयोगी संस्था एल आर टी के मास्टर प्रशिक्षक तान्या एवं उत्तम कुमार भाग लिया गया।

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