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Post: दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आने पर घबराने की जरूरत नहीं

दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आने पर घबराने की जरूरत नहीं

बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :

दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आना, यह फाइलेरिया परजीवी के मरने का है संकेत : सीएस डॉ विजय कुमार

खाली पेट दवा न खाने की लोगों को सलाह

किसी भी तरह की दिक्कत में नजदीकी अस्पताल जाए, अफवाहों से बचें

न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

मोहन सिंह

– अमिट लेख

बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। फाइलेरिया उन्मूलन के स्वास्थ्य विभाग काफ़ी गंभीर है, जिले के 14 प्रखंडो में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम जोरों पर चलाई जा रहीं है। इसी बीच दवा सेवन के उपरांत कहीं कहीं बच्चों के अंदर हल्का साइड इफेक्ट होने की बातें सामने आती है जिससे लोग घबरा जाते है, जबकि इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, यह कहना है जिले के सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार का।

फोटो : मोहन सिंह

उन्होंने बताया की सर्वजन दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आने पर घबराए नहीं। यह फाइलेरिया परजीवी के मरने का एक शुभ संकेत है।फाइलेरिया के परजीवी दवा सेवन से मरते हैं, जिसके कारण उल्टी, चक्कर या सर दर्द जैसे छोटी-मोटी शिकायत हो सकती है जो धीरे धीरे सामान्य हो जाता है।उन्होंने बताया की खाली पेट दवा न खाने की लोगों को सलाह दी जाती है, किसी भी तरह की दिक्कत हो नजदीकी अस्पताल जाना चाहिए और अफवाहों से बचना चाहिए। आशा के पास भी क्विक रिस्पांस टीम बनी हुई है।

छाया : अमिट लेख

स्वास्थ्य विभाग आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए हमेशा तत्पर है। गाँव से लेकर जिला स्तर पर स्वाथ्य कर्मी किसी भी तरह की समस्या से आपको बचाने के लिए तैयार हैं। आइये एक बार फ़िर एक जुट होकर दवा सेवन का संकल्प लें और फाइलेरिया को दूर भगाएं।

स्वास्थ्य कर्मियों के सामने खानी है दवा :

डीभीडीसीओ डॉ नवल किशोर प्रसाद ने बताया की स्वास्थ्य कर्मियों के सामने खानी है दवा, 02 से 5 वर्ष की उम्र तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी। एलबेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है।

छाया : अमिट लेख

खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है।वहीं जिले के भीडीसीओ प्रशांत कुमार ने बताया की केवल गर्भवती महिलाओं, दो साल से कम उम्र के बच्चों एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को यह दवा सेवन नहीं करनी है। दो साल से पांच साल तक के बच्चे भी फाइलेरिया दवाओं का सेवन कर सकते हैं और स्वास्थ्य कर्मी की निगरानी में ही दवा का सेवन करना है।

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