



बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :
देश की आजादी, भाइचारा और लोकतंत्र पर हमला के खिलाफ नौजवानों की एकता जिंदाबाद : संजय मुखिया
आज भगत सिंह को याद करने की जरूरत है जब ट्रंप भारत का हर तरफ से अपमान कर रहा है और मोदी चुप है : सुनील
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। भगत सिंह और उनके साथी सुखदेव व राजगुरु को लाहौर जेल में फांसी दिए 94 साल हो चुके हैं, तब से उन्हें उर्दू में शहीदों के सरताज, ‘शहीद-ए-आज़म’ के नाम से जाना जाता है।

उर्दू में “इंकलाब जिंदाबाद” का मशहूर नारा, जिसे भगत सिंह ने अमर कर दिया। आज भी पूरे भारत में बदलाव और न्याय की सामूहिक पुकार के रूप में गूंजता है। यही अमर शहीदों का आज के दौर के लिए पैगाम है। उक्त बातें शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस पर शहीद पार्क बेतिया से मार्च निकालकर तीन लालटेन चौक पर भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण के उपरांत सभा में इंकलाबी नौजवान सभा (इनौस) के जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा।

इनौस के जिला सचिव संजय मुखिया ने कहा जब नौ दशक बाद आज भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के भाजपा मुख्यमंत्री उसी उर्दू भाषा को हिकारत भरी नजर से देख कट्टरता की भाषा बोलते हैं, तो हमें साफ समझ में आता है कि भगत सिंह आज भी इतने प्रासंगिक और समकालीन क्यों लगते हैं। ऐसे में देश की आजादी, भाइचारा और लोकतंत्र पर हमला के खिलाफ नौजवानों की एकता की जरूरत है। माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा भगत सिंह सिर्फ़ जोश से भरे हुए क्रांतिकारी युवा नहीं थे, बल्कि वे औपनिवेशिक भारत के सबसे परिपक्व और दूरदर्शी विचारकों में से एक थे। उनका और उनके साथियों का बलिदान सिर्फ़ औपनिवेशिक गुलामी से मुक्त होने की जोशीली चाह तक सीमित नहीं था, बल्कि वे एक समाजवादी भारत का सपना लेकर चले थे। उनके लिए “इंक़लाब ज़िंदाबाद” का नारा तभी पूरा होता था जब उसके साथ “साम्राज्यवाद मुर्दाबाद” की आवाज़ भी बुलंद हो. आज भगत सिंह को याद करने का वक्त है। जब ट्रंप प्रशासन भारत का हर तरह से अपमान कर रहा है और उसके हितों को चोट पहुंचा रहा है, और मोदी सरकार इसे जायज ठहरा रही है, तब भगत सिंह को याद करो। जब नेतन्याहू मासूम फ़िलिस्तीनी बच्चों और उनके माता-पिता का अंतहीन जनसंहार कर रहा है, ट्रंप हर आज़ादी, न्याय और शांति की आवाज़ को कुचल रहा है, और मोदी सरकार न केवल चुप है बल्कि, इस जनसंहारी के पक्ष में खड़ी है। कार्यक्रम में अफाक अहमद, सुरेन्द्र चौधरी, गरीब राम, मनु कुमार, योगेन्द्र चौधरी आदि मौजूद थे।