



मालूम हो कि उक्त मार्ग एनएच 106 को एस एच 91 से जोड़ती है। इस मार्ग लोगो के लिए 17 किलोमीटर की दूरी को मात्र 07 किलो मीटर में पूरी कर देती है
प्रतिनिधि
– अमिट लेख
वीरपुर, (सुपौल)। ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा निर्मित भवानीपुर समदा पथ में भवानीपुर के निकट बना लोहे का पुल काफी क्षतिग्रस्त हो कर किसी बड़े हादसे को निमंत्रण दे रहा है। उक्त स्थान पर पूर्व में आरसीसी पूल बना हुआ था। परंतु कुछ दिन पूर्व वह पूल क्षतिग्रस्त हो गया था। जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। तदुपरांत उसके बगल में एक लोहे के पूल का निर्माण किया गया। जिससे आवागमन बहल हुई। फिलहाल उक्त पुल के दोनों किनारे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। साथ ही दोनों ओर की मिट्टी भी धस गई है। जिससे वाहनों को पुल पर चढ़ने एवं उतरने में काफी खतरा बन गया है। 04 पहिया वाहन चालक ने इस मार्ग से गुजरना काफी कठिन हो गया है। रात के समय कोई दो पहिया वाहन भी बड़े हादसे का शिकार बन सकते हैं। मालूम हो कि उक्त मार्ग एनएच 106 को एस एच 91 से जोड़ती है। इस मार्ग लोगो के लिए 17 किलोमीटर की दूरी को मात्र 07 किलो मीटर में पूरी कर देती है। सामरिक दृष्टि से यह मार्ग काफी महत्वपूर्ण है। दर्जनों गांव के लोगो के लिए यह सड़क लाइफ लाइन माना जाता है। इतने महत्वपूर्ण मार्ग की ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से की जा रही अनदेखी। लोगो को निराश कर रही है। ग्रामीण के द्वारा जनप्रतिनिधियों से लेकर ग्रामीण विभाग के उच्चाधिकारियों तक गुहार लगाई गई है। परंतु विभाग इस मार्ग को लेकर उदासीन बनी हुई है। जिससे विभाग के प्रति लोगो मे आक्रोश पनप रहा है। ग्रामीणों में श्रीलाल गोठिया, पूर्व पैक्स अध्यक्ष अशोक गुप्ता, राम नारायण शर्मा, परमानंद गुप्ता, राज कुमार भुस्कुलिया सहित दर्जनों लोगों का कहना है कि विभाग तब तक कोई एक्शन नही लेगी। जब तक कोई बड़ी दुर्धटना इस मार्ग में धटित नही हो जाती है। इस सम्बंध में पूछे जाने पर कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग वीरपुर कुलानंद यादव का कहना था कि मैं अपने स्तर से इसकी मरम्मती करवाने की कोशिश कर रहा हूं। एक संवेदक 22 आर डी में कार्य कर रहा है । उनके द्वारा ठीक करवाने का प्रयास करता हूं। परंतु इनका यह कहना भी ढाक के तीन पात साबित हो गए। ग्रामीणों के द्वारा कई बार अपने स्तर से इसे ठीक करने का प्रयास भी किया गया । परंतु दो चार दिनों में ही स्थिति वही हो जाती है। इस दिशा में ग्रामीणों ने अच्छी पहल करने की मांग की है। ताकि आवागमन सुचारू रूप से बहाल हो सके।