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Post: बिहार में बनेगा दो हाई सिक्योरिटी जेल, जगह का हुआ चयन

बिहार में बनेगा दो हाई सिक्योरिटी जेल, जगह का हुआ चयन

विशेष ब्यूरो बिहार की रिपोर्ट :

4 हजार कुख्यातों और 3 हजार नक्सलियों की लिस्ट तैयार

न्यूज़ डेस्क, राजधानी पटना 

दिवाकर पाण्डेय

– अमिट लेख
पटना, (ए.एल.न्यूज़)। बिहार में दो बड़ी लूटकांड को लेकर पुलिस मुख्यालय ने बड़ी जानकारी साझा करते हुए बताया कि इन अपराधों में ऐसे युवा शामिल हैं, जो बड़े अपराधियों से प्रेरित हैं और उन्हें अपना आयडल मान रहे हैं। आरा के तनिष्क शोरूम और दानापुर के तनिष्क शोरुम में ऐसे ही युवाओं की संलिप्ता सामने आई है। उन्होंने बताया कि तनिष्क लूट कांड की साजिश पश्चिम बंगांल के पुरुलिया जेल से बैठकर शेरू सिंह और चंदन सिंह गिरोह ने अंजाम दिया। इनके वार्ड से टेक्निकल डिवाइस भी मिले हैं। इन्हें भी रिमांड पर लिया जाएगा। एडीजी ने कहा कि तनिष्क वाले मामले में सात अपराधी मौके पर थे। इसके अलावा करीब 10 और थे। जिसमें तीन को गोली लगी। इनमें एक की मौत हो गई, दो घायल हैं। अभी भी तीन फरार हैं। इसके अनुसंधान में जो नहीं पकड़े गए हैं। उनपर पहले से ही चार्जशीटेड हैं। जीवा ज्वेलरी शॉप और तनिष्क शोरुम लूट को लेकर पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा कि आज के युवा अपराधियों से इंस्पायर्ड होकर अपराध की तरफ बढ़ रहे हैं। वहीं कुछ पुराने क्रिमिनल जेल में रहकर तकनीकी रुप से सक्षम युवाओं को अपनी गैंग में शामिल कर उनसे अपराध करा रहे हैं। ऐसे पेशेवर अपराधियों के लिए नए कानून में उनकी संपत्ति जब्त करने का प्रावधान है। जो मां-बाप यह समझते हैं कि उनका बच्चा पैसा लेकर आ रहा है, घर में गाड़ियां चल रही है, अब उनकी संपत्ति जब्त करने के लिए कार्रवाई होगी।उन्होंने जानकारी दी कि सोना लूटने वाले कुख्यातों के नेक्सस को तोड़ने के लिए बिहार एसटीएफ की टीम ने ठोस रणनीति बनाई है। 3000 नक्सलियों के अलावा 4000 जिले के कुख्यात अपराधियों का डोजियर एसटीएफ ने तैयार कराई है। उन्होंने बिहार में हाई सिक्योरिटी जेल की जरूरत होने की भी बात कही। इसके लिए केंद्र सरकार को 2 लोकेशन भी भेजा गया है। एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने केंद्र सरकार से कुख्यात, नक्सलियों और कट्टरपंथियों के लिए हाई सिक्योरिटी जेल बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सुनसान जगह पर हाई सिक्योरिटी जेल बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। दो लोकेशन बिहार में चिह्नित की गई है। जहां ऐसे कट्टरपंथी, कुख्यात को रखा जाएगा। एडीजी ने बताया कि वैशाली और भोजपुर जिले ऐसे है, जहां के युवक इस तरह के क्राइम में शामिल होने के मामले सामने आए है। जिससे लगता है कि यहां के युवा पढ़ाई लिखाई छोड़कर अपराध की दुनिया में आ रहे हैं। ऐसे लोगों की जिलावार सूची बनाई जा रही है।एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने इस इलाके के युवाओं के परिजन से अपने बच्चों पर विशेष नजर रखने की अपील की है। ADG ने कहा कि सबसे अधिक इस जिले के युवा अपराध के क्षेत्र में आ रहे हैं, जो चिंता का विषय है। खासकर अपराध की दुनिया में आने से इनके माता-पिता को परेशानी होती है। इसलिए अपने बच्चों की गतिविधियों पर निगरानी रखें।

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